जनता को मूर्ख बनाते हैं — Ramesh Chand Sharma
Ramesh Chand Sharma सावधान जनता समझ रही है स्वदेशी के गीत गाते थे, स्वदेशी नाम से ललचाते थे, स्वदेशी आन्दोलन चलाते थे, सड़कों पर नजर आते थे, अफवाह, झूठ खूब फैलाते है, अब क्या कर रहे हो भाई।।बिना बुलाए आते थे,झूठा संवाद चलाते थे, झूठी कसमें खाते थे, नारे खूब लगाते थे, सत्ता के लिए छटपटाते थे, सत्ता कैसे भी पाते है।।जनता को मूर्ख बनाते है, ढोंग खूब रचाते है,… Continue reading