वीडियो — घरेलू कूड़ा-संग्रह : कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया — Vivek Umrao

Vivek Umrao “सामाजिक यायावर”मुख्य संपादक, संस्थापक – ग्राउंड रिपोर्ट इंडियाकैनबरा, आस्ट्रेलिया कैनबरा में जनरल-कूड़ा, रिसाइकिल-कूड़ा व ग्रीन-कूड़ा तीन प्रकार के घरेलू कूड़ा-संग्रह का काम कैनबरा-सरकार करती है।जनरल-कूड़ा : हर सप्ताह (महीने में चार बार)रिसाइकिल-कूड़ा : एक सप्ताह छोड़कर (महीने में दो बार) ग्रीन-कूड़ा : एक सप्ताह छोड़कर (महीने में दो बार) जिस सप्ताह रिसाइकिल-कूड़ा का संग्रह नहीं होता, उस सप्ताह ग्रीन-कूड़ा का संग्रह होता है। जिस सप्ताह ग्रीन-कूड़ा का संग्रह नहीं होता,… Continue reading

वीडियो रिपोर्ट: राजस्थान में चूना-फैकिट्रयों के श्रमिकों की स्थितियों पर –Kumar Shyam

Kumar Shyamयह विडियो राजस्थान के चूना बहुल इलाक़ों में स्थित चूना-फैकिट्रयों में काम करने वाले श्रमिकों के वास्‍तविक हालातों की ग्राऊंड-रिपोर्टिंग है। सीमित संसाधनों से एक यूट्यूबर द्वारा इन फैक्ट्रियों में काम करने वाले प्रवासी एवं स्‍थानीय मज़दूरों पर होने वाले बेतहाशा शोषण को सामने लाने का प्रयास है। सियासत और मुख्‍यधारा की मीडिया के लिए अरूचिकर हो चुके इन मसलों को इस विडियो में दिखाने की कोशिश की गई… Continue reading

वीडियो: सामाजिक न्याय – वाराणसी सम्मेलन 2018 मार्च 17-18

Vivek “सामाजिक यायावर” Vivek Umrao Glendenning “SAMAJIK YAYAVAR”The Founder and the Chief Editor, the Ground Report India groupThe Vice-Chancellor and founder, the Gokul Social University, a non-formal but the community universityThe Author, BooksHe is an Indian citizen & permanent resident of Australia and a scholar, an author, a social-policy critic, a frequent social wayfarer, a social entrepreneur and a journalist;He has been exploring, understanding and implementing the ideas of social-economy,… Continue reading

डा० उदित राज की आरक्षण मुद्दे पर बातचीत

Dr Udit Rajडा० उदित राज की आरक्षण मुद्दे पर यह बातचीत दिसंबर 2009 की है। आप आरक्षित अनारक्षित किसी भी वर्ग के हों, मेरा सुझाव यह है कि आप अपनी पसंद नापसंद से ऊपर उठकर इस बातचीत को सुनें। आरक्षण के संदर्भ में आपकी सोच संभवतः परिवर्तित हो या नई समझ-दिशा मिले।_सामाजिक यायावर

Video: आदि का स्लाइडर से अपने आप नीचे फिसलना व उल्टा चढ़ना

लगभग साढ़े सात महीने की आयु में पहली बार दो कदम अपने आप चले। आठवें महीने में दोनों हाथों की मेरी उंगलियां पकड़ कर चलने लगे। दसवें महीने में सिर्फ एक उंगली पकड़ कर चलने लगे। एक-एक दिन में कई-कई किलोमीटर चल जाते।   आदि बिना किसी ट्रेनिंग के एक झटके में सीढ़ियां चढ़ना शुरू किए, एक झटके में ही एक दिन सीढ़ियां उतरना भी शुरू किए। यूं लगता है आदि अपने… Continue reading

Video: जोखिम उठाने वाला “आदि”

आदि को ज्यों ही यह अनुमान लग जाता है कि वह ऐसा कर सकते हैं, तब वे बिना डरे वैसा कर गुजरने की इच्छाशक्ति रखते हैं। पार्क में खेलने आते समय उन्होंने कई बार देखा कि सात-आठ वर्ष के बच्चे लकड़ी के इन लाग्स के ऊपर संतुलन बनाते हुए चलते हैं। आदि की इच्छा रहती रही कि वे भी ऐसा करें लेकिन समझ गए कि अभी वे ऐसा नहीं कर… Continue reading

Video: पढ़ाकू आदि

ज्यों ज्यों आदि बढ़े होते जा रहे हैं उनकी रुचि किताबों में बढ़ती जा रही है। अपना काफी समय किताबों के साथ गुजारते हैं, वह भी आपके बिना अपने हिसाब से। आदि अब हर समय आपके साथ रहना नहीं चाहते हैं, आपको आपकी जगह छोड़कर अपने पसंदीदा कोनों में जाकर अपनी किताबों के साथ समय गुजारना भी पसंद करते हैं। कभी कभार आदि लगभग आधा घंटा या अधिक समय भी… Continue reading

Video: आदि, किताबें व आदि का अपना पुस्तकालय

लगभग एक मिनट के इस वीडियो में  आपको आदि के चेहरे व व्यवहार के कई आयाम दिखाई देंगे। यह वीडियो आपको आनंद देगा यह मेरा विश्वास है। कैसे आदि अपनी पसंद की किताब लाने के लिए आपकी बताई किताब का नाम मटेर देते हैं। कैसे उनकी पसंद की किताब बताने पर खुशी मन से किताब लाने जाते हैं। आपकी बताई किताब लाने के बावजूद, आपसे वही किताब पढ़ने को कहते… Continue reading