आशय कि मैं भी लीक पर पाया गया

पढ़ते पढ़ते ही मैंने पाया कि मेरे प्रिय कई लेखक वगैरह अपने समकालीन दूसरे लेखकों-समीक्षकों-इतर साहित्यिकों को लेकर एक पूर्वग्रह-आक्रामक भाव में भी रहते हैं. कई बार वे मुखर उन्हें कोसते पीटते भी नजर आते हैं. मैंने पाया कि यह लक्षण मुझमें भी है. आशय कि मैं भी लीक पर पाया गया. 1. समीक्षाओं आलोचनाओं से नहीं न ही अफवाहों से उस झूठ से भी नहीं जो तुम्हारे चेहरे को… Continue reading

न्यायालयों को महिलाओं से काम करने के लिए पूछना चाहिए बजाय पतियों को रहरखाव का भुगतान करने का आदेश देने के

आपने पितृसत्ता (patriarchy) को महिलाओं पर अनेक तरह की पाबन्दी लगाने और नुक्सान पहुँचाने के बारे में शायद सुना होगा | परन्तु अभी पुरुषों के अधिकार में काम करने वाले कार्यकर्ता भी पितृसत्ता के खिलाफ अपनी आवाज़ उठा रहे हैं | उकना मानना यह है कि आज कल के कोर्ट महिलाओं को आधुनिक विशेषाधिकार तो दे चुके हैं, परन्तु पुरुषों को पितृसत्तात्मक (patriarchal) भूमिकाओं में बाँध रखा है | हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पति को पत्नी के… Continue reading

सुठारी गाँव में मनाया गया नदी संरक्षण दिवस

14 मार्च 2015 को सुठारी मे अंतराष्ट्र्रीय नदी संरक्षण दिवस के अवसरपर सुठारी एवम सुराना के हिंड्न जल बिरादरी के सद्स्यों ने हिंड्ण नदी के जिर्णोधार एवम प्रदुषण मुक्ती हेतु श्पथ ली | और दुषीत भू जल के दूषपरिणामो पर चर्चा भी की | जल बिरादरी सद्स्य अवनीष यादव ने बताया कि इंसान अपने तुछ लाभों के लिये प्रकृति यानी नदी, तलाबों, जंगलों का अधाधुंध विदोहन कर रहा है, जिस… Continue reading

‘Enjoy & Be Happy…’ लिखकर पति ने कर ली आत्‍महत्‍या

पति अपनी पत्‍नी से प्रताडि़त होकर सुसाइड करने से पहले परिजनों, दोस्‍तों और प्रशासन के लिए सुसाइड नोट छोड़ गया है। जो कि कुछ इस प्रकार है- भारत में इस तरह का कानून क्‍यों बना, जिसमें एक लड़की के मौखिक बयान को सच मानकर संबंधित सभी लोगों को परेशान किया जाता है। दूसरे पक्ष को तो अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया जाता है। लड़की के सिर्फ मौखिक… Continue reading

देव भूमि उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में बन रहा सभी सुविधाओं से संपन्न ”आदर्श गौ निवास”

”नयाल सनातनी” एवम् सर्वदलीय गौरक्षा मंच सर्वदलीय गौरक्षा मंच की प्रेस विज्ञप्ति बताया गया है की ”माँ नन्द एवं नैना देवी” के पुण्य भूमि नैनीताल जिल्ले के हल्द्वानी में मंच की ओर से आदर्श गौ-निवास ”श्री गिरधर गोपाल गौशाला” रजिस्टर्ड का निर्माण कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। जल्द ही उत्तरखंड के मुख्य मंत्री जी से इस गौ-निवास के उद्घाटन की कोशिस जारी है। गौशाला में वर्तमान में तीन सेड… Continue reading

7 नवम्बर गौ मैराथन में दिल्ली चलो

सर्वदलीय गौरक्षा मंच 7 नवम्बर गौ मैराथन में दिल्ली चलो ! ये सभी गौ-भक्त, संत – महंत शंकराचार्यों के आलावा हजारों लोग पधारेंगे जंतर मंतर पर 1966 के गौ भक्तों शहीदों को श्रधांजलि देने .. गौ-प्राण संत गोपाल दास जी महाराज एवं अनेक संत 30 अक्टूबर से ही दिल्ली जंतर-मन्त्रर पर गौ माता के लिए पूर्ण रूप से अनसन पर बैठ जा रहे है। 7 नवम्बर को या उससे पहले… Continue reading

आत्मविश्वास और सम्मान का नया औज़ार: इनकम रिटर्न

कोई भी देश-समाज अपनी उत्पादक शक्तियों की पहचान, आंकलन और सम्मान द्वारा ही विकास की सीढियां चढ़ता है. इस मामले में हमारे यहाँ एक गंभीर चूक हुई है. भारत में दो महत्वपूर्ण उत्पादक वर्ग इस से अछूते रह गए जो उनके हाशिये पर छूटे/ढकेले रहने का सम्भवतः बड़ा कारण है. इसका कुप्रभाव इन वर्गों के आत्मविश्वास, सम्मान और विकास की कमी के रूप में साफ़ दिखाई देता है. यह दो… Continue reading

न्यायपूर्ण-व्यवहार – रवि प्रकाश सिन्हा

भारत में २८ राज्यों और ७ केंद्र शासित प्रदेशों में रहने वाले सभी १.२४८+ अरब लोगों सहित धरती में २०६ देशों में रहने वाले सभी ७.२५६+ अरब लोग यदि अपने सभी संपर्क/सम्बन्ध को “न्यायपूर्ण-व्यवहार” पूर्वक निर्वाह करने लग जाए तो क्या कोइ “अपराध” धरती में हो सकता है……….. विचार करें …………सादर ………. शुभकामना ०१- सम्पूर्ण-समग्र अस्तित्व/सह-अस्तित्व/ब्रह्माण्ड की हर एक इकाई, प्रत्येक इकाई पर/में/से/के लिए प्रतिबिंबित/अनुबिम्बित/प्रत्यानुबिम्बित है।  सम्पूर्ण अस्तित्व के होने… Continue reading

होमई व्यरवाल्ला Homai Vyarawalla

होमई व्यरवाल्ला भारत की पहली महिला पेशेवर प्रेस-फोटोग्राफर थीं और उन राजनेताओं से कम प्रसिद्ध न थीं जिनकी तस्वीरें उन्होंने उतारी. फोटोग्राफी के प्रति उनका प्रेम भी अपने पति श्री मानेकशा व्यरावल्ला के सानिध्य और प्रेम में अंकुरित हुआ. मानेकशा खुद एक पेशेवर फोटोग्राफर थे और उन्होंने होमई को फोटोग्राफी की बुनियादी बारीकियों से परिचित कराया. संयोगवश 1930 फोटो-जगत का एक ख़ास दौर था जब होमई ने फोटोग्राफी जगत में प्रवेश किया.… Continue reading

गांधी का हत्यारा विचार नहीं पूर्वाग्रह युक्त मिज़ाज तैयार करता है

आज कई फेसबुक पोस्टों से आभास हुआ कि अतिवादी दलित-पिछड़ा हों या वामपंथी दोनों ही गांधी के कट्टर विरोध में खड़े हैं. गाँधी की आलोचना नहीं बल्कि गांधी को गरियाते-लांछन लगाते ये पोस्ट और कमेन्ट वस्तुतः बिना किसी नुक्ते के हेर-फेर के संघ की साजिश का कॉपी-पेस्ट ही दिखाई देते हैं. रत्ती भर भी फर्क नहीं. यह भी बताया जाता है कि उनके द्वारा बताये जा रहे किस्से-कहानियाँ जो किसी कुंठित… Continue reading