शुरू से सब शुरू करते है

Sachin Bhandari चलो यूँ करते हैंशुरू से सब शुरू करते हैं। तकरारों को भूल करशिकवों को मिटा करफिर से दोस्ती करते हैंशुरू से सब शुरू करते हैं। टूटी हिम्मत को समेट करउम्मीदों को फिर से जगा करएक बार और कोशिश करते हैंशुरू से सब शुरू करते हैं। नए पात्र गढ़ते हैंनयी कहानी लिखते हैंआओ न साथ बैठ कर कुछ नया सोचते हैंशुरू से सब शुरू करते हैं। हार के सिलसिले को तोड़ते हैंपिछले से… Continue reading