अंग्रेज, जंबूद्वीप व शिक्षा
[themify_hr color=”red”] अंग्रेज़ जब जम्बूद्वीप (भारतवर्ष) आये तो शिक्षा के नाम पर गुरुकुल कहलाने वाले संस्कृत विद्यालय या फिर मदरसे के नाम से जाने जाने वाले उर्दू- फ़ारसी शिक्षा केंद्र ही मौज़ूद थे। अल्पसंख्यक आबादी ही शिक्षा की अधिकारी हुआ करती थी और बहुसंख्यकों को बलपूर्वक इससे दूर रखा गया था। शिक्षा का मूल उद्देश्य धर्म के नाम पर सवालों का निषेध करना और मध्ययुगीन बर्बर व्यवस्था की जड़ों को… Continue reading